देख लीजे जो देखा नहीं
जिंदगी का भरोसा नहीं
गम की शिद्दत उसे क्या पता
दिल कभी जिसका टूटा नहीं
आओगे ख्वाब में किस तरह
मुद्दतों से मैं सोया नहीं
जिसको फूलोसे है उनसियत
वो कभी खार बोता नहीं
देखिये मेरी मजबूरियां
मैं जो चाहूँ वो होता नहीं
आ के साहिल पे क्यों डूबते
नाखुदा जो डुबोता नहीं
छोडिये फ़िक्रे सूदो जियां
इश्क है इश्क , सौदा नहीं
प्यार होता है ख़ुद ही 'मयंक'
प्यार करने से होता नहीं।
गम की शिद्दत उसे क्या पता
जवाब देंहटाएंदिल कभी जिसका टूटा नहीं
आओगे ख्वाब में किस तरह
मुद्दतों से मैं सोया नहीं
वाह...बहुत खूबसूरत अशआर हैं आपकी ग़ज़ल के...सारे शेर बेहतरीन हैं...बहुत बहुत बधाई...
नीरज
आज की गजल का ऐसा कोई शेर नहीं जिसे हल्का कहाँ जा सके हर शेर बहुत खूबसूरत बन पड़ा है
जवाब देंहटाएंसुन्दर गजल
वीनस केसरी
sahi kaha jabardasti pyar to hota nahi.............100% satya wachan
जवाब देंहटाएंpyar hi duniya me bhagwan dwara di gaee nemat hai...
आओगे ख्वाब में किस तरह
जवाब देंहटाएंमुद्दतों से मैं सोया नहीं
--बहुत उम्दा!
आओगे ख्वाब में किस तरह
जवाब देंहटाएंमुद्दतों से मैं सोया नहीं
Behtareen.....bahut hi khoobsoorat gazal....badhai.
you are you.salute to your art
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