मंगलवार, 24 मार्च 2009

gazal- 6

दर्द कुछ ऐसा बढ़ा खुशहालियाँ कम डी गयीं
जब से मेरी आप से नजदीकियां कम हो गयीं

माँ वही, ममता वही, बच्चा वही, झूला वही
वक्त के होटों पे लेकिन लोरियां कम हो गयीं


आपने बौने दरख्तों से समर तो ले लिए
राहगीरों के लिए परछाइयां कम हो गयीं

मैं समर वाले दरख्तों की तरह जब झुक गया
लोग यह कहने लगे खुद्दारियाँ कम हो गयीं

मासिवा मेरे सभी के आशियाँ महफूज़ हैं
अब्र के दामन में शायद बिजलियाँ कम हो गयीं

चल 'मयंक' उठ चल बुलाती है तेरी मंजिल तुझे
आसमाँ भी साफ़ है और आंधियां कम हो गयीं

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